भारतीय किसान आंदोलन (Bhartiya Kisan Andolan) पिछले कुछ वर्षों में, विशेष रूप से 2020 में पारित कृषि कानूनों के खिलाफ भारत में बड़े पैमाने पर किसान विरोध प्रदर्शन हुए हैं। विरोध प्रदर्शनों के पीछे कारण (Vidroh Abhyavednon ke Piche Karan – Purposes for Fights): कृषि कानून (Krishi Kanoon – Homestead Regulations): किसानों का कहना है कि ये कानून बड़े कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाएंगे और उनकी आय कम हो जाएगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) (Nyuntam Samarthan Muly – MSP) को लेकर चिंताएं (Chintaein – Concerns): किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी चाहते हैं, जो उन्हें फसलों के लिए उचित मूल्य सुनिश्चित करेगा। प्रमुख घटनाक्रम (Pramukh घटनाक्रम – Key Turns of events): दिल्ली की सीमाओं पर विरोध (Dilli Ki Seemaon standard Vidroh – Fights at Delhi Lines): हजारों किसान महीनों तक दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले रहे और सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग की। सरकार का रुख (Sarkar ka Rakh – Government’s Position): सरकार ने बातचीत की पेशकश की लेकिन कानून वापस लेने से इनकार कर दिया। कानून वापसी (Kanoon Wapasi – Regulation Annulment): नवंबर 2021 में, सरकार ने विरोध प्रदर्शनों के दबाव के बाद इन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की। आगे क्या (Aage Kya – What’s Straightaway): हालांकि कानून वापस ले लिए गए हैं, लेकिन किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी रूप से लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखे हुए हैं।